इंद्र – पुरंदर, शक्र, शचिपति, सुरपति, देवराज, मघवा, देवेश, शतक्रतु, सुत्रामा, वासव, सुरेश, वृहत्रा, अमरपति, पर्वतारि, वीडौजा, कौशिक, शतमन्यु। यश – ख्याति, कीर्ति, प्रसिद्धि, प्रशंसा, बड़ाई, नाम। मेरा विचार तो ये है कि जब भी अवसर मिले इनका प्रयोग अपने लेखन-कौशल को बढ़ाने के लिए करते रहना चाहिए. शराबी https://johnm425xlj6.goabroadblog.com/profile